इंदौर : मध्य प्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में पिछले दिनों एक महिला व्यापारी को फर्ज़ी तरीके से डिजिटल अरेस्ट करके CBI, ED और RBI का अधिकारी बनकर 1 करोड़ 60 लाख रुपये ऑनलाइन ट्रांसफर करा लिए गए थे। इस पूरे मामले में पुलिस ने अलग अलग राज्यों से सात आरोपियों को पहले गिरफ़्तार किया था। उन्हीं की निशानदेही पर पुलिस ने चार और आरोपियों को गिरफ़्तार किया है।
बता दें दिसंबर महीने में एक महिला व्यापारी को RBI, ED, CBI और अन्य विभाग के अधिकारी बनकर डरा धमकाकर फ़र्ज़ी तरीक़े से हाउस अरेस्ट किया गया था और इतना प्रेशर महिला पर बनाया था कि महिला 1 करोड़ 60 लाख रुपया ऑनलाइन अलग अलग अकाउंट में ट्रांसफर करा लिए गए थे। इस मामले में महिला ने शिकायत दर्ज कराई थी पुलिस ने पहले सात आरोपियों को गिरफ़्तार किया था। वही मामले में जांच करते हुए पुलिस ने चारों युवकों को गिरफ़्तार किया है जिसके अकाउंट में पैसा आया था और जिन्होंने अकाउंट आगे उपलब्ध कराया था। ऐसे चार आरोपियों को गिरफ़्तार किया है।
DCP क्राइम ब्रांच ने मंगलवार को बताया कि जांच के दौरान सीहोर निवासी रोहन के अकाउंट में पांच लाख रुपये ट्रांसफर किए गए थे उसे पकड़ा और उसके बाद जिसने रोहन को लालच देकर यह अकाउंट लिया था और तीन आरोपियों को भी अलग अलग जगहों से गिरफ़्तार किया है। वहीं इनमें से कुछ आरोपी स्टूडेंट है जो कुछ हज़ार रुपया के लालच में आकर उन्होंने अपना अकाउंट आरोपियों के हवाले कर दिया। इसमें दो कड़ियां ब्रेक की है जो अकाउंट किराया पर देने वाले और अकाउंट लेकर आगे देने वाली अब जो मुख्य आरोपी है उन तक पहुंचने की कोशिश की जा रही है।
वहीं इस मामले में एडिशनल DCP राजेश दंडोतिया ने मीडिया के सामने एडवाइजरी जारी की है कि छात्र ऐसे लालच में न आए और ऐसे किसी को भी अपने अकाउंट उपलब्ध न कराएं। क्योंकि छात्र कुछ पैसों के लालच में आकर अपना भविष्य बर्बाद कर रहे हैं।