मासिक शिवरात्रि पर रुद्राभिषेक करने से क्या दूर हो जाते हैं कष्ट?

R. S. Mehta
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हिंदू धर्म शास्त्रों में मासिक शिवरात्रि को बहुत ही महत्वपूर्ण और विशेष माना गया है. इस दिन भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा का विधान है. इस दिन गरीबों और जरुरतमदों को दा

कब है साल की अंतिम मासिक शिवरात्रि?

साल 2024 की अंतिम मासिक शिवरात्रि 29 दिसंबर यानी कल है. मासिक शिवरात्रि की तिथि की शुरुआत 29 दिसंबर को तड़के 3 बजकर 32 मिनट पर होगी. वहीं तिथि का 30 दिसंबर को तड़के 4 बजकर 1 मिनट पर समापन हो जाएगा. इस वजह से साल 2024 की अंतिम मासिक शिवरात्रि 29 दिसंबर को रहेगी. इसका व्रत भी 29 दिसंबर को ही रखा जाएगा.

भगवान शिव को रुद्राभिषेक से दूर होते हैं कष्ट

भगवान शिव को रुद्राभिषेक अत्यंत प्रिय है. मासिक शिवरात्रि के दिन भगवान भोलेनाथ का रुद्राभिषेक करने वाले व्यक्ति के सभी कष्ट दूर हो जाते हैं और घर में सुख-समृद्धि का आगमन होता है. इस दिन जो भी भगवान शिव की पूजा और रुद्राभिषेक करता है, उस पर भगावन प्रसन्न होते हैं और कष्टों को हरने के साथ ही उसकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण करते हैं.

न की भी मान्यता है. साथ इस दिन भगवान शिव का रुद्राभिषेक भी किया जाता है. मासिक शिवरात्रि के दिन भगवान शिव का रुद्राभिषेक करना विशेष फलदायी माना गया है.

मासिक शिवरात्रि पर रुद्राभिषेक की विधि

  • मासिक शिवरात्रि पर सुबह जल्दी उठना चाहिए. फिर स्नान के बाद साफ वस्त्र पहनने चाहिए.
  • फिर मंदिर जाकर भगवान शिव की उनके परिवार समेत पूजा करनी चाहिए.
  • जल, दूध, घी, शक्कर, शहद, और दही से शिवलिंग का अभिषेक करना चाहिए.
  • शिवलिंग पर बेलपत्र, धतूरा, और श्रीफल आदि चढ़ना चाहिए. मान्यता है कि ये चीजें भगवान शिव को बहुत प्रिय हैं.
  • घी का दीपक जलाना चाहिए और भगवान शिव की आरती उतारनी चाहिए.
  • भगवान शिव को भोग लगाना चाहिए.
  • शिव चालीसा का पाठ करना चाहिए.
  • अंतिम में भूल चूक के लिए क्षमा प्रार्थना करनी चाहिए.

इस मंत्र का करें जप

हिंदू धर्म में मासिक शिवरात्रि पर भगवान की शिव की पूजा और व्रत को बहुत ही शुभ माना गया है. साथ ही इस दिन भगवान शिव की आराधना के लिए ‘ॐ नमः शिवाय’ मंत्र का जप करना चाहिए. जो भी इस मंत्र का जप रोजाना करता है भगवान शिव उस पर कृपा करते हैं.

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