2 फीट की उंचाई, छोटी सी जगह और बीच में फंसे 4 लोग… बुराड़ी हादसे में 32 घंटे तक यूं ही फंसा रहा परिवार, सही सलामत निकला बाहर

R. S. Mehta
3 Min Read

दिल्ली में तीन दिन पहले एक बड़ा हादसा हो गया था, जहां बुराड़ी इलाके में अचानक एक इमारत गिर गई थी. इस हादसे में पांच लोगों की मौत हो गई और कई घायल हुए. इमारत गिरने से मलबे में कई लोग फंस गए. सोमवार को हुए इस हादसे में मलबे के नीचे एक परिवार भी फंसा था, जिसे करीब 32 घंटे बाद बाहर निकाला गया, तो परिवार के सभी सदस्य जिंदा थे. उन्हें देखकर आसपास के लोगों की आंखों में खुशी के आंसू आ गए.

मलबे के बीच 32 घंटे तक इस परिवार ने जिंदगी और मौत की जंग लड़ी, लेकिन हौसला टूटने नहीं दिया और कहते हैं कि चाहे कुछ भी हो जाए. अगर आपका दाना-पानी अभी ऊपर वाले की ओर से लिखा है, तो आपको कुछ नहीं हो सकता. ऐसा ही इस परिवार के साथ हुआ. महज 2 फीट की जगह में पूरे परिवार ने डर के साये में 32 घंटे बिताए, लेकिन जिंदगी पर फतह हासिल कर ली.

परिवार में चार लोग शामिल

बचाए गए परिवार में पति राजेश, पत्नी गंगोत्री, 6 साल का प्रिंस और दो साल का ऋतिक शामिल हैं. राजेश को इस हादसे में मामूली चोटें आईं. वहीं उनकी पत्नी के पैर में फैक्चर हो गया, जिन्हें सिविल लाइन स्थित ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया गया है. राजेश ने पुलिस को बताया कि वह उत्तर प्रदेश के बांदा के रहने वाले हैं. चार महीने पहले ही वह काम के लिए परिवार के साथ दिल्ली आए थे और बुराड़ी में रह रहे थे.

2 फीट जगह में रहा परिवार

राजेश और उनकी पत्नी बिल्डिंग के फर्स्ट फ्लोर पर रहकर ईंट ढोने का काम कर रहे थे. घटना से कुछ देर पहले ही राजेश घर के लिए सिलेंडर भरवा कर घर लाया था. जैसे ही इमारत गिरी छत का एक हिस्सा गैस सिलेंडर के ऊपर अटक गया, जिस वजह से वहां करीब 2 फीट की जगह बन गई. राजेश ने अपने परिवार को उसी जगह पर 32 घंटे तक रखा और हिम्मत बनाए रखी.

22 लोगों को निकाला गया

जब रेस्क्यू टीम उनके करीब पहुंची, तो उन्होंने एक पाइप से आवाज लगाकर अपने मौजूदगी दर्ज कराई. तभी एक बचावकर्मी ने उनकी आवाज सुन ली और मलबे को हटाते हुए परिवार को बाहर निकाला गया. राजेश ने बताया कि हादसे के बाद शुरू में उनकी हिम्मत टूट गई थी, लेकिन उन्होंने अपने बच्चों और पत्नी को देखकर अपने आप को संभाला. अब तक इस हादसे में मलबे में फंसे 22 लोगों को रेस्क्यू कर लिया गया है.

Share This Article