बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने प्रगति यात्रा के दौरान आज पटना को दनियांवा प्रखंड के ग्राम तोप से 1404.84 करोड़ रुपये की सौगात दी. मुख्यमंत्री ने 623 विकास योजनाओं का रिमोट के माध्यम से उद्घाटन और शिलान्यास किया. इनमें 845.43 करोड़ रुपये की लागत से 387 योजनाओं का उद्घाटन और 559.41 करोड़ रुपये की लागत से 256 योजनाओं का शिलान्यास शामिल है.
प्रगति यात्रा के क्रम में मुख्यमंत्री ने पटना के बाढ़ प्रखंड के बेढना में पंचायत सरकार भवन के सौंदर्यीकरण का शुभारंभ किया. निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री ने पंचायत सरकार भवन में पुस्तकालय सह ज्ञान केंद्र का लोकार्पण किया. अधिकारियों ने मुख्यमंत्री को यहां के बारे में पूरी जानकारी दी. मुख्यमंत्री ने पंचायत सरकार भवन, बेढना के समीप बने हेल्थ एन्ड वेलनेस सेंटर में टेलीमेडिसिन सुविधा का शुभारंभ किया. मुख्यमंत्री ने टेली कंसलटेंट परामर्श कक्ष, बाल हृदय लाभार्थी कक्ष आदि का जायजा लिया.
हेल्थ एन्ड वेलनेस सेंटर शुरू
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि यहां हेल्थ एन्ड वेलनेस सेंटर आज से शुरू हो गया है. मरीजों को तुरंत इलाज और अन्य चिकित्सा सुविधा मिले, इसका विशेष रुप से ख्याल रखें. स्वास्थ्य के क्षेत्र में भी काफी काम कराया गया है. बिहार आगे बढ़े, हमारी यही चाहत है. इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने जीविका दीदियों और विभिन्न विभागों द्वारा लगाए गए स्टॉल का अवलोकन किया.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 2498 सतत् जीविकोपार्जन योजना के लाभार्थियों को आर्थिक सहयोग हेतु 19 करोड़ 97 लाख रुपये का सांकेतिक चेक, मुख्यमंत्री उद्यमी योजना अंतर्गत वित्तीय वर्ष 2023-24 (द्वितीय/तृतीय किश्त) के तहत 17 करोड़ 60 लाख रुपये का सांकेतिक चेक, मुख्यमंत्री निजी जीविका दीदी (अन्य प्रजाती) पौधशाला योजना का सांकेतिक चेक, मुख्यमंत्री निःशक्तजन विवाह प्रोत्साहन योजना का सांकेतिक चेक, मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना का सांकेतिक चेक, विभिन्न जीविका स्वयं सहायता समूह को सामुदायिक निवेश निधि अंतर्गत 40 करोड़ 69 लाख रुपये का सांकेतिक चेक, सतत् जीविकोपार्जन योजना अंतर्गत ई-रिक्शा का हस्तांतरण प्रमाण पत्र एवं चाबी, सामुदायिक पुस्तकालय की चाबी आदि लाभार्थियों को प्रदान किया.
स्वयं सहायता समूहों का विस्तार किया
मुख्यमंत्री ने जीविका दीदियों से बातचीत करते हुए कहा कि आप सभी जीविका दीदियां काफी अच्छा काम कर रही हैं. जब हम केंद्र में मंत्री थे तो कई जगहों पर जाकर स्वयं सहायता समूह के कार्यों को देखे थे. उस समय बिहार में स्वयं सहायता समूहों की संख्या बहुत कम थी. वर्ष 2005 में जब बिहार में हमलोगों की सरकार बनी तब हमलोगों ने स्वयं सहायता समूहों का विस्तार करने का निर्णय लिया. इसके लिये वर्ष 2006 में विश्व बैंक से कर्ज लेकर पूरे बिहार में स्वयं
मुख्यमंत्री ने जल-जीवन-हरियाली अभियान अंतर्गत जीविका ग्राम संगठनों को पांच वर्षों के लिए जोड़ा तालाब, बेढना पश्चिमी का निःशुल्क आवंटन हेतु प्रमाण पत्र मत्स्य पालन के लिए जीविका दीदियों को प्रदान किया. बाढ़ स्थित बाबा उमानाथ मंदिर परिसर में प्रस्तावित नागरिक सुविधाओं के तहत बनने वाले धर्मशाला, विवाह मंडप, गंगा तट पर सिढीघाट, रिवर फ्रंट डवलपमेंट तथा सति घाट पर विद्युत शवदाह गृह हेतु स्थल निरीक्षण किया. स्थल निरीक्षण के दौरान अधिकारियों ने साइट मैप एवं मॉडल के माध्यम से मुख्यमंत्री को बाबा उमानाथ मंदिर परिसर में उपलब्ध कराई जाने वाली नागरिक सुविधाओं से अवगत कराया.
स्वास्थ्य केंद्र एवं खेल मैदान का निरीक्षण
मुख्यमंत्री ने दनियावां प्रखंड के ग्राम तोप में जल-जीवन-हरियाली अभियान के तहत जीर्णोद्धार कराए गए तालाब, सीढ़ीघाट, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, उच्च माध्यमिक विद्यालय में खेल मैदान (बास्केटबॉल कोर्ट, बैंडमिटन कोर्ट, वॉलीबॉल कोर्ट, रनिंग ट्रैक तथा लंबी एवं ऊंची कूद) का उद्घाटन किया. उद्घाटन के पश्चात मुख्यमंत्री ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र एवं खेल मैदान का निरीक्षण भी किया. खेल मैदान में मौजूद खिलाड़ियों से मुख्यमंत्री ने बातचीत कर उन्हें बधाई एवं शुभकामानाएं दी. मुख्यमंत्री ने पटना जिला अंतर्गत विकासात्मक योजनाओं से संबंधित शिलापट्टों का रिमोट के माध्यम से अनावरण कर उद्घाटन एवं शिलान्यास किया.
मुख्यमंत्री ने आशियाना दीघा रोड स्थित राजीवनगर पहुंचकर राजीवनगर नाला एवं आनंदपुरी नाला पर प्रस्तावित फोरलेन सड़क निर्माण का स्थलीय निरीक्षण किया. अधिकारियों ने मुख्यमंत्री को जानकारी देते हुए बताया कि राजीवनगर नाला एवं आनंदपुरी नाला पर फोरलेन सड़क के निर्माण से दो लाख की आबादी को लाभ होगा. इसकी अनुमानित लागत 180.99 करोड़ रुपये होगी और लंबाई 4.26 कि०मी० होगी. मुख्यमंत्री ने कहा कि इन पथों के निर्माण से शहर में लोगों को आवागमन के और भी विकल्प मिलेंगे. साथ ही स्थानीय लोगों को भी आने-जाने में सहूलियत होगी. इन सब पथों के निर्माण से पटना में और पटना शहर के बाहर आने-जाने के लिए और भी विकल्प उपलब्ध होंगे.